न्वारन

धर्म-सस्कृति

न्वारन/ नामाकरण विचार

न्वारन/ नामाकरण विचार “दशम्यामुत्थाप्य पिता नाम करोति”- (पाश्कर गृहसूत्र) “जननद्दशरात्रे व्युष्टे शतरात्रे संवत्सरे वा नामधेय करणम्” – (गोबिल गृहसूत्र )

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